Repoter - सुनील सोनी
रायपुर। शुक्रवार को बूढ़ा तालाब धरना स्थल में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने विधानसभा घेराव का शुरुआत किया। धरना स्थल के मंच में मां सरस्वती वंदना के साथ छत्तीसगढ़ महतारी की भी पूजा खिलेश्वरी शांडिल्य, रिता भगत, राजकुमारी भगत, प्रदेश पदाधिकारियों के द्वारा किया गया। जिससे कार्यक्रम की शुरुआत हुई। शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से सहायक शिक्षक 1 सूत्रीय मांग किए और वेतन विसंगति दूर करने के लिए विधानसभा घेराव करने छत्तीसगढ के सभी जिलों से लोग हजारों की संख्या में घेराव किए। प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि हमारे कई साथीयों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया। आज 10 हज़ार की संख्या में सहायक शिक्षक बूढ़ातालाब धरना स्थल में सड़क पर उतरे और हजारों की संख्या में हमारे साथी सड़कों पर पुलिस के द्वारा रोका गया। जिसके कारण से सरकार की दमनकारी नीति उजागर होती है सरकार को चाहिए कि हमारी 1 सूत्रीय मांग वेतन विसंगति दूर करें और इस प्रकार दमन करके सहायक शिक्षको को डरा नहीं सकती है। विधानसभा घेराव के लिए निकले सहायक शिक्षकों को सप्रे शाला मैदान के पास सड़क पर रोक दिया गया, सड़क में वेरीकेट बनाया गया है जिसके कारण से सहायक शिक्षक बैठकर धरना प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ सहायक इंटरप्रिटेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा घोषणापत्र में वादा किए गए जो अभी तक पूरा नहीं हुआ। बीतें 4 सालों में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। विगत वर्ष 12 मार्च 2021 को शिक्षा मंत्री द्वारा कही गई थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 5 सितंबर को कमेटी का निर्माण किया गया है 11 माह हो गया रिपोर्ट नहीं आया है। सरकार द्वारा लगातार हमारी मांगों के प्रति ध्यान नहीं दिया जाता है। मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम साहब को ज्ञापन सौंपा गया। और कहा की यदि आने वाले समय में हमारी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया। तो हमारा ये आंदोलन सांकेतिक था और आने वाले दिनों में यदि हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो हम पूरे स्कूलों को ताले बंदी करके सड़क पर अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।