इस बार दीपावली त्यौहार में महिला समहों द्वारा बनाये गए रंगोली और सजावटी समानों से बाजार सजेगा, साथ ही इसे खरीदकर लोग अपने घरों की रौनक बढ़ायेंगे। महिला स्व सहायता समूहों द्वारा सबसे प्रमुख त्यौहार दिवाली को एक अवसर के रूप में देख रहे है। वे ऐसे उत्पादों के निर्माण में जुटे है, जिनसे उन्हें आय होगी। गरियाबंद जिले के विकासखण्ड फिंगेश्वर अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोमा के जय अम्बे स्व-सहायता समूह के सदस्य योगिता तारक, गायत्री चेलक, सरिता तारक, धनेश्वरी सोनवानी, गंगा बाई, दुलारी यादव, तेजीन यादव, कुन्ती तारक, सीता तारक, खुशबू तारक एवं छनिया यादव के द्वारा दीपावली त्यौहार में उपयोग में लाये जाने वाले पूजा सामग्री के साथ-साथ लाल, हरा, पीला, नीला, नारंगी, बैगनी आदि रंगों की रंगोली बनाकर उसे पैकिंग भी कर रहे है। घरों में उपयोग होने वाले आकर्षक सजावटी सामग्री बनाने का कार्य भी उनके द्वारा किया जा रहा है।
समूह की सदस्यों ने बताया कि उनके द्वारा समय-समय पर अपने आय को बढ़ाने के लिए अनेक प्रकार की आजीविका गतिविधियों से जुड़ने का प्रयास किया जाता है। बिहान के मार्गदर्शन में समूह सदस्यों द्वारा दीपावली को देखते हुए पर्व में उपयोग में लाये जाने वाले अनेक प्रकार की सामाग्रियों का उत्पादन, पैकेजिंग एवं विक्रय कार्य करने का निर्णय लिया गया। प्रारंभ में दीदीयों के द्वारा आर्टिफिशियल फूल बनाना शुरू किया। जिसका बाजार में अच्छी मांग आने पर सदस्यों के द्वारा त्यौहार के चलते इसके उत्पादन को बढ़ाया गया एवं साथ ही रंगोली की पैकिंग एवं पूजा सामग्री को बांस के टोकरी में आकर्षक तरीके से पैक करके विक्रय करने का कार्य प्रारंभ किया गया। समूह सदस्यों को उक्त गतिविधि के लिए 12000 रूपये का ऋण प्रदान किया गया। समूह द्वारा आज तक 22000 रूपये की सामग्री का विक्रय कर लिया गया है। जिसमें शुद्ध लाभ 10 हजार रूपये समूहों को मिला है।