DURG - नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस पर बुधवार को पत्थरबाजी किया गया। तीन दिन पहले ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को वंदेभारत एक्सप्रेस की सौगात मिली है। उद्घाटन के तीन दिन बाद ही पत्थरबाजी से वंदे भारत का शीशा टूट गया। हालांकि जिस सीट में पत्थरबाजी हुई, वहां कोई यात्री नहीं था। घटना के बाद से RPF ने जांच शुरू कर दी है।
नागपुर में 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिलासपुर से नागपुर के मध्य वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया। यह ट्रेन बिलासपुर से नागपुर के मध्य 130 किमी. प्रतिघंटे की रफ़्तार में दौड़ाई जा रही है।
यह घटना बुधवार की शाम 06:09 बजे की है। ट्रेन नागपुर की तरफ से बिलासपुर आ रही थी। तभी ट्रेन दुर्ग से भिलाई रेलवे स्टेशन के बीच पहुंची थी कि अचानक तेज आवाजें आने लगी। ट्रेन में सवार लोग इससे घबरा गए। जब यात्रियों ने देखा तो उनके होश उड़ गए। ट्रेन में पत्थरबाजी हुई है और इसके चलते ई-1 कोच के सीट नंबर एक के पास खिड़की का कांच तड़क गया था। हलाकि उस समय कोई भी यात्री सीट में बैठा हुआ नहीं था। आपको बता दें की यह ट्रेन में पत्थरबाजी की दूसरी घटना है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
वंदे भारत के पहले ही दिन चेन्न्ई से बिलासपुर के रास्ते में असामाजिक तत्वों ने पत्थबाजी कर शीशा तोड़ दिया था। वहीं तीन दिन बाद ट्रेन का शुभारंभ होना था। इसलिए जल्दबाजी में ट्रेन में दूसरा शीशा लगवाया गया। इसके बाद भी रेलमार्ग के किनारे कुछ लोग पत्थर लेकर खड़े थे। ऐसा देख ट्रेन को रोका गया और ड्यूटीरत आरपीएफ बल सदस्यों ने उन्हें खदेड़ा।
रेलवे प्रबंधन ने कहा
विकास कश्यप (सीनियर डीसीएम, बिलासपुर रेल मंडल) ने बताया की वंदे भारत ट्रेन में पत्थरबाजी हुई है। दुर्ग-भिलाई के बीच ट्रेन में पत्थरबाजी की गई है जिसमें एक कोच की खिड़की का शीशा भी टूटा है। RPF घटना की जांच कर रही है।