संवाददाता - ब्यूरो चीफ
रायपुर। वर्किंग वूमेन हॉस्टल में चल रहे छह दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सद्भावना युवा शिविर में भारत के 27 राज्य के साथ-साथ नेपाल और इंडोनेशिया को मिलाकर 400 युवक-युवतियां हिस्सा ले रहे हैं। शिविर में प्रतिदिन युवा गीत, श्रमदान, ध्वज वंदन, भाषा आदान-प्रदान, बौद्धिक चर्चा, प्रतिभा आदान-प्रदान, सामूहिक खेल, शांति मार्च, सर्व धर्म प्रार्थना, और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रमुख है। भारतीय संविधान के 18 भाषाओं पर आधारित भारत की संतान कार्यक्रम सभी भाषाओं को जोड़ता है।
अंतरराष्ट्रीय एकता सद्भावना युवा शिविर का उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव, छत्तीसगढ़ शासन व भटगांव विधानसभा के विधायक, विशिष्ट आतिथि शंकर दीक्षित महामंत्री के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देशभर के 14 राज्यों के साथ-साथ नेपाल और इंडोनेशिया की संस्कृति को देखकर मुख्य अतिथि अचंभित रह गए। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसा कार्यक्रम का आयोजन होना छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में यह कार्यक्रम भटगांव विधानसभा में भी आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के संचालन करता राष्ट्रीय युवा योजना के प्रदेश अध्यक्ष विनय गुप्ता ने बताया कि प्रमुख गांधीवादी युवा सम्राट डॉ. एस.एन सुब्बराव जिन्होंने चंबल घाटी में 654 डाकुओं का आत्मसमर्पण कराया था। उनके जयंती के अवसर पर यह कार्यक्रम रायपुर में आयोजित हो रहा है। प्रतिदिन 3 देशों का ध्वज वंदन भी अद्भुत कार्यक्रम है ऐसे कार्यक्रमों से ना केवल राष्ट्रीय एकता बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हो रहा है।
शिविर को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सचिव रन सिंह परमार ट्रस्टी करायल सुकुमारन, मधुसूदन दास, नरेंद्र वडगांवकर, धर्मेंद्र, सुनील, सेवक प्रचंड जयसवाल, शिवानी सिंह, राणा देवासी मजूमदार नेपाल के राम के साथ-साथ आयोजन समिति के अध्यक्ष व सचिव चूड़ामणि यादव और सुमित शर्मा मुख्य रूप से योगदान कर रहे हैं।