REPORTER - SUNIL SONI
रायपुर/ कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला एवं प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर समेत कई कांग्रेसी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर शिकायत करने मुख्य निर्वाचन आयुक्त पहुंचे। उन्होंने अपने शिकायत में विषय लिखा कि भाजपा नेता देश के गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा राजनांदगांव में की गई हेट स्पीच और दंगा भड़काने की कोशिश की भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा के राजनांदगांव के प्रत्याशी डॉ. रमन सिंह के नामांकन के लिए आयोजित सभा में दिए गए अपने भाषण में दंगा भड़काने के उद्देश्य से गलत बयानी करते हुए कहा।
उन्होंने बेमेतरा जिले के बीरनपुर में हुए हत्या के मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा, भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिचिंग करवाकर मार दिया। भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है। उन्होंने आगे घटना का भी जिक्र करते लिखा। अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। गृह मंत्री ने चुनावी फायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है। उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल झूठ है। हकीकत यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। लेकिन छत्तीसगढ़ में साफ दिख रही अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं। उसके खिलाफ देश के गृह मंत्री द्वारा साप्रदायिक ध्रुवीकरण करके के उद्देश्य से उन्माद भड़काने का कुत्सित प्रयास स्पष्ट तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस के सभी साथीगण मुख्य निर्वाचन आयुक्त से कहा की अमित शाह, रमन सिंह और अरुण साव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।